रिटायर होने पर रिटायर होने पर

उस दिन जब हम  होकर के तैयार ऑफिस जाने वाले थे यार बीबी को आवाज़ लगाई, अभी तलक नहीं बना है खाना हमको है ऑफिस जाना तो बीबीजी बोली मुस्...

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3:10 pm

नेता और शायर-कभी नहीं होते रिटायर नेता और शायर-कभी नहीं होते रिटायर

एक नेताजी,जो है अस्सी के उस पार आज कल चल रहे है थोड़े बीमार पर जब कोई उदघाटन करने बुलाये या टी.वी.पर किसी मुद्दे पर चर्चा करवाए ह...

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12:05 pm

याद रखे दुनिया ,तुम एसा कुछ कर जाओ याद रखे दुनिया ,तुम एसा कुछ कर जाओ

तुम्हारा चेहरा ,मोहरा और ये आकर्षण सुन्दर सजे धजे से कपडे या आभूषण रौबीला व्यक्तित्व,शान शौकत तुम्हारी धन ,साधन और ये दौलत सारी की सार...

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10:57 am

कागा-बढ़भागा कागा-बढ़भागा

कौवा ,एक बुद्धिमान प्राणी है बात ये जानी मानी है हम सबने उस कौवे की कथा तो है पढ़ी जिसको लग रही थी प्यास बड़ी उसे एक छत पर एक मटकी आ...

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5:03 pm

ज़िंदगी से शिकवा । (गीत) ज़िंदगी से शिकवा । (गीत)

(GOOGLE) ज़िंदगी से शिकवा । (गीत) अय  ज़िंदगी, तुं  ही  बता, शिकवा  करें  भी  तो  क्या  करें..! गले   लगाई   है   मर्ज़ी   स...

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11:04 am

छोटा सा काँटा छोटा सा काँटा

चलते चलते ध्यान रखते रखते भी पैर में चुभ गया छोटा सा काँटा चलना रुका नहीं पर दर्द से हाल बेहाल करने लगा  छोटा सा काँटा बैठ गया पे...

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11:55 pm

अपने मन की कोई खिड़की खोल कर तो  देख तू      अपने मन की कोई खिड़की,खोल कर तो देख तू प्यार के दो बोल मीठे  , बोल कर तो देख तू           ...

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11:16 am

सीख  लिया  है  उसने । (गीत) सीख लिया है उसने । (गीत)

(GOOGLE) सीख  लिया  है  उसने । (गीत) नफ़रत  निभाने  का  इल्म, सीख  लिया   है   उसने । हमारे   आँसूओं  का  साग़र,  च...

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3:39 pm

 दो इंची मुस्कान और फरमाईश गज भर दो इंची मुस्कान और फरमाईश गज भर

  सुबह सुबह यदि पत्नीजी,खुश हो मुस्काये जरुरत से थोडा ज्यादा ही प्यार  दिखाये मनपसंद तुम्हारा ब्रेकफास्ट   करवाये सजी धजी सुन्दर सी ,म...

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10:26 am

सचमुच हम कितने मूरख है सचमुच हम कितने मूरख है

कोई कुछ भी कह दे,उसकी बातों में  आ जाते झट है                                 सचमुच हम कितने मूरख है  भ्रष्टाचार विहीन व्यवस्था,और सुरा...

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10:23 am

हमारे  वोट,  पेड़  पर   उगते   हैं   क्या ? (व्यंग गीत) हमारे वोट, पेड़ पर उगते हैं क्या ? (व्यंग गीत)

(Google) हमारे  वोट,  पेड़  पर   उगते   हैं   क्या ? (व्यंग गीत) यूँ  लगा मानो  कि ग़लती  से  हमने, गधे  की...

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10:38 am

     लब-प्यार से लबालब लब-प्यार से लबालब

चाँद जैसे सुहाने मुख पर सजे,                           ये गुलाबी झिलमिलाते होंठ है खिला करते हैं कमल के फूल से,                       ...

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5:29 pm

आओ हम तुम हँसे आओ हम तुम हँसे

आओ हम तुम  हंसें मन में खुशियाँ बसे जीवन की आपाधापी में, रहे न यूं ही  फंसे                खुश हो सबसे मिलें               दिल की कल...

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11:28 am

     साथ छोड़ कर भागी ममता..... साथ छोड़ कर भागी ममता.....

    साथ छोड़ कर भागी ममता,अब क्या होगा रे नज़र आ रहा सूरज ढलता, अब क्या होगा  रे नहीं मुलायम,रहते कायम,अपने  वादों पर नज़र बड़ी आवश्यक...

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6:03 pm

कहानियाँ किस्से सुनना  अब भाता नहीं मुझे कहानियाँ किस्से सुनना अब भाता नहीं मुझे

कहानियाँ किस्से सुनना  अब भाता नहीं मुझे खुद की कहानियों किस्से  सुनाने से ही  फुर्सत नहीं  कैसे किसी और की कहानियां सुनूं  मेर...

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12:46 am

दिल की छत पर टहल कर आते हैं..! (गीत)  दिल की छत पर टहल कर आते हैं..! (गीत)

(GOOGLE) दिल की छत पर टहल कर आते हैं..! (गीत)  चल  रे  मन  तनिक  हम,  दिल  की   छत  पर  टहल  कर   आते   हैं..! ...

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6:38 pm

 अंग्रेजी का भूत अंग्रेजी का भूत

      हमारी एक पड़ोसन, एकदम देशी अंग्रेजन वैसे तो फूहड़ लगती थी पर अंग्रेजी शब्दों का उपयोग करने में, अपनी शान समझती थी हिंदी से परह...

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5:27 pm

   तुम भी भूखी,मै भी भूखा,आज तुमने व्रत रखा..... तुम भी भूखी,मै भी भूखा,आज तुमने व्रत रखा.....

      प्रश्न मेरे जहन में ,उठता ये कितनी बार है आग  क्यों दिल में लगाता,तुम्हारा दीदार है जिसके कारण नाचता मै,इशारों पर तुम्हारे, ये त...

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3:47 pm

वो मेरे साथ जो नहीं होंगी वो मेरे साथ जो नहीं होंगी

इस बार भी बारिश में पानी तो बरसेगा पर बरखा की फुवारों में भीगने का मन नहीं करेगा पेड़ों के पत्ते भी धुल कर चमकने लगेंगे पर ...

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11:50 pm

 पशुवत जीवन पशुवत जीवन

            बचपन में, हम खरगोश की तरह होते है नन्हे,मासूम,कोमल,मुलायम, मुस्कराते रहते है किलकारियां भरते है प्यार और दुलार की, हरी ह...

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4:13 pm

प्रिय पापा की परछाईं | प्रिय पापा की परछाईं |

प्रिय पापा की परछाईं, खुशहाली की अंगड़ाई । सौजन्य-गूगल प्यारे दोस्तों, अभी  मेरे हाथों में, एक `नवजात पिता` की निजी डायरी...

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9:52 am

      जीवन झंझट जीवन झंझट

  थोडा सा आराम मिला है, मुझको जीवन की खट पट में कुछ इकसठ में,कुछ बांसठ में,कुछ त्रेसठ में,कुछ चोंसठ में   चलता यह गाडी के नीचे,पाले गलत...

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2:23 pm

    जीवन लेखा जीवन लेखा

            जीवन के इस दुर्गम पथ पर,पग पग पर भटकाव लिखा है कहीं धूप का रूप तपाता, कहीं छाँव  का ठावं   लिखा    है तड़क भड़क है शहरों वा...

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6:17 pm

नेताजी, ऐसा  क्यूँ  होता  है ? (व्यंग गीत) नेताजी, ऐसा क्यूँ होता है ? (व्यंग गीत)

(Google) नेताजी, ऐसा  क्यूँ  होता  है ? (व्यंग गीत) ऐसा  क्यूँ  होता  है?  नेताओं  तक  पहूँचती  नहीं, आम आद...

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4:37 pm

मिट्टी   पलित   हो   गई । (गीत) मिट्टी पलित हो गई । (गीत)

(Google) मिट्टी   पलित   हो   गई । (गीत) देखा  न  देखा, नज़रभर  जो  उसने, मिट्टी  पलित   हो   गई । परवान  चढ़ने स...

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8:24 am
 
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